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Uploaded On : 26 April, 2021

ढोला मारू रा दूहा काव्य में अभिव्यक्त ऋतु वर्णन जिसमें बरसात का वर्णन शीत ऋतु का वर्णन हुआ है जिसमें मालवणी अपने पति से विनती करती है कि इस ऋतु में भी भला कोई घर छोड़कर जाता है अतः ऋतु वर्णन में ढोला की दूसरी पत्नी मालवणी का विरह उजागर हुआ है

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Last Updated on : 31/05/25